नवरात्रि स्पेशल फेस्टिवल - घट स्थापना के दिन हस्त नक्षत्र में शुभ संयोग
बताया जा रहा है कि शारदीय नवरात्र पर घट स्थापना के समय इस बार पूरे दिन हस्त नक्षत्र में शुभ संयोग रहेगा। बताने की आवश्यकता नहीं कि नवरात्र में राजस्थान में शेखावाटी अंचल के झुंझुनूं जिले स्थित मनसा माता मंदिर, जमवाय माता, शांकभरी मैया, सीकर में श्री जीणमाता, कुलोदय दुर्गा मंदिर, झुंझुनूं में चंचलनाथ टीला, खेमी शक्ति मंदिर झुंझुनूं समेत देश-प्रदेश के तमाम शक्ति पीठों एवं धार्मिक स्थलों पर नवरात्रों में रहने वाली धूम इस बार दस दिनों तक चलेगी। शारदीय नवरात्र में तो शेखावाटी अंचल में एक दशक से तो बंगाल की तर्ज पर जगह-जगह दुर्गा पूजा महोत्सव की धूम रहती है। माता की पूजा के विशेष पांडाल लगाए जाते है। नवरात्र में सुबह शाम विशेष आयोजन होते है। शेखावाटी की दुर्गा पूजा महोत्सव राजस्थान में अपनी अलग पहचान बना चुकी है।
गाय के गोबर और जौ का करें इस्तेमाल
घटस्थापना के लिए कलश को आप गाय के गोबर और जौ का इस्तेमाल कर के भी सजा सकते हैं। ये धार्मिक रूप से बेहद शुभ माना जाता है। इसके लिए आप मिट्टी या किसी धातु का घड़ा ले सकते हैं। अब गोबर की मदद से कलश पर सुंदर आकृति यानी शेप बना लें। आटे की तरह गोबर को कलश पर चिपकाकर आप सुंदर पैटर्न बना सकती हैं। इसके बाद चावल और जौ लगाकर इसे और सुंदर लुक दिया जा सकता है।
हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का बहुत महत्व है। इस साल 3 अक्टूबर से इन पावन दिनों की शुरुआत हो रही है। ये पर्व पूरे नौ दिनों तक चलता है जिसमें मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना ही जाती है। इस दौरान कई भक्त अपने घरों में माता रानी की चौकी स्थापित करते हैं और पूरे नौ दिनों तक विधि विधान सहित पूजा और उपवास करते हैं। नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना यानी कलश की स्थापना कर माता रानी के पूजन की शुरुआत की जाती है। ऐसे में कुछ भक्त कलश को खास चीजों से डेकोरेट भी करते हैं। ये देखने में भी अच्छा लगता है साथ में धार्मिक रूप से भी शुभ माना जाता है। ऐसे में अगर आप भी कलश स्थापना कर रहे हैं तो ये कलश डेकोरेशन आइडियाज आपके काम आ सकते हैं।
गोटा-पट्टी और रिबन का करें इस्तेमाल
अगर आप अपने कलश को थोड़ा सा फैंसी लुक देना चाहते हैं तो गोटा पट्टी लेस और रिबन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले किसी लाल रंग के कपड़े से कलश का बेस तैयार करें। यानी ग्लू की मदद से पूरे कलश को कपड़े से कवर कर दें। शाइनी फैब्रिक डेकोरेशन के लिए परफेक्ट रहेगा। अब इसके ऊपर आप गोल्डन कलर की लेस और कलरफुल रिबन का इस्तेमाल करते हुए डिजाइन बना सकते हैं। इसके अलावा मोतियों और रेडीमेड फ्लॉवर्स का भी इस्तेमाल कर कलश को और खूबसूरत लुक दे सकते हैं।
चावल, हल्दी और रोली का करें इस्तेमाल
चावल और रोली यानी कुमकुम का इस्तेमाल कर के भी कलश को सुंदर तरीके से डेकोरेट किया जा सकता है। धार्मिक रूप से भी इनकी मदद से कलश डेकोरेट करना बेहद शुभ माना गया है। इसके लिए आप अपने कलश पर कुमकुम की मदद से ओम् या स्वास्तिक चिन्ह बना सकते हैं। इसके अलावा पूरे घड़े को भी कुमकुम के लाल रंग में रंगा जा सकता है। अब अक्षत यानी चावलों को चिपकाकर सुंदर पैटर्न तैयार किया जा सकता है। इसके लिए आप चावलों को हल्दी और कुमकुम की मदद से अलग रंगों में भी रंग सकते हैं।
रंगों का करें इस्तेमाल
अगर आप मिट्टी के कलश का इस्तेमाल करने वाले हैं तो उसे पेंट कर के भी सजाया जा सकता है। आप इसपर धार्मिक आकृतियां जैसे देवी - देवता, ओम् या स्वास्तिक चिन्ह बना सकते हैं। इसके अलावा फूल - पत्तियों और अपना मनपसंद पैटर्न बनाकर भी कलश को सजाया जा सकता है। इसके लिए कलश को सबसे पहले सफेद रंग से अच्छी तरह कोट कर दें। इसके बाद पेंटिंग करने से बाकी रंग खिलकर दिखेंगे