जम्मू कश्मीर चुनाव परिणाम 2024 लाइव अपडेट: कांग्रेस-एनसी गठबंधन 50 से अधिक सीटें जीतने के लिए तैयार ।
Jammu Kashmir Election Result 2024 Live updates : एक दशक बाद हो रहे जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव ( Jammu Kashmir Chunav result 2024) के नतीजें आने शुरु हो चुके हैं। अभी तक नौ सीटों पर नतीजों आ चुके हैं जिनमें तीन पर एनसी और 6 पर भाजपा जीत दर्ज कर चुकी है। रुझानों के हिसाब से इंडिया गठबंधन 48 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं भाजपा अपने जम्मू की सीटों के दम पर 23 सीटों बढ़त बनाए हुए हैं। अब्दुल्ला परिवार की नेशनल कॉन्फ्रेंस अपने दम पर 40 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। वहीं पिछली बार भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने वाली पीडीपी की हालत खराब नजर आ रही है। पीडीपी की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने अपनी हार को स्वीकार करते हुए लिखा है कि मैं लोगों के जनादेश को स्वीकार करती हूं। उनकी पार्टी केवल 5 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं लोकसभा चुनाव में उमर अब्दुल्ला को हराकर चर्चा में आए रशीद इंजीनियर की पार्टी पिछड़ते हुए दिख रही है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष रविन्द्र रैना अपनी सीट नौसेरा से 11 हजार से ज्यादा वोटों से पीछे चल रहे हैं। लगभग, एक दशक से अपने काबिल उम्मीदवार का इंतजार कर रही जम्मू-कश्मीर मुख्यमंत्री पद की कुर्सी पर कौन बैठेगा, इसका फैसला भी लगभग आज ही हो जाएगा। पिछले विधानसभा चुनाव से लेकर अभी तक कश्मीर की जनता के लिए काफी कुछ बदल चुका है। 5 अगस्त 2019 को केंद्र सरकार ने 370 हटाकर कश्मीर को एक केंद्र शासित प्रदेश बना दिया था। परिसीमन के बाद हो रहे पहले चुनाव में सभी पार्टियां आज अपनी जीत का परचम लहराने के लिए बेताब है।
एग्जिट पोल की बात करे तो जम्मू में भाजपा को थोड़ी बढ़त मिलती हुई दिख रही है लेकिन कश्मीर में उनकी हालत ज्यादा ठीक नहीं है। वहीं इससे इतर नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को कश्मीर में जमकर सीटें मिलने की उम्मीद है। एग्जिट पोल की माने तो पिछले चुनावों से पीडीपी का ग्राफ नीचे गिरेगा लेकिन उसके बाद भी वह एक किंगमेकर की भूमिका में नजर आ सकती है।पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो उस वक्त यह क्षेत्र एक राज्य हुआ करता था। 37 सीटें जम्मू रीजन में थी तो वहीं 46 सीटें कश्मीर घाटी और 4 लद्दाख रीजन में थी। पिछले चुनाव में पीडीपी 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। वहीं भाजपा को 25 सीटें मिली थीं। फारुख अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली एससी को 1, कांग्रेस को 12 सीटें मिली थी। इसके अलावा पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को दो सीटों पर जीत मिली थी। वहीं तीन निर्दलीय भी विधानसभा पहुंचने में कामयाब रहे थे।